Car That Won’t Go In Reverse: अगर आपकी कार रिवर्स में नहीं जा रही है, तो आपको फौरन अपनी गाड़ी सर्विसिंग सेंटर में दिखानी चाहिए। reverse gear की समस्या के कारण आपको जान लेने बहुत जरूरी है।
वाहन स्वचालित और मैनुअल ट्रांसमिशन (Automatic and manual) दोनों के साथ आते हैं। वाहन की गति के अनुसार गियर शिफ्टिंग (gear shifting) ड्राइवर द्वारा किया जाना चाहिए जैसा कि वह चाहता है। Transmission system की कार्यप्रणाली चलती गाड़ी में महत्वपूर्ण चीजों में से एक है।
Reverse gear transmission system का एक महत्वपूर्ण पहलू है। वाहन पार्क करते समय या पार्किंग से बाहर निकलते समय इसका उपयोग अच्छी तरह से किया जाता है। आप ऐसी प्रणाली की विफलता के साथ एक मौका नहीं ले सकते। यदि रिवर्स गियर का संचालन विफल हो जाता है या यह कठिन प्रतीत होता है तो उनके कारणों और प्रभावों का हमें पता होना चाहिए।
Car That Won’t Go In Reverse (अगर कार रिवर्स में नहीं जाएगी)
What to do If It won’t go in Reverse? (क्या करें यदि गाड़ी रिवर्स में नहीं जाती है?)
ड्राइव न करें। Towing vehicle से वाहन को सर्विस स्टेशन पर ले जाएं। मैनुअल ट्रांसमिशन है तो क्लच का ठीक से इस्तेमाल करें। नीचे दिए गए कारणों के निदान के बाद, आप अपने वाहन को घर ले जा सकते हैं।
कारण (Reasons)
१. शिफ्टर तंत्र विफलता (मैनुअल) (shifter mechanism failure)-
अपने गियर शिफ्टर का उपयोग करते समय आपको बहुत सावधान रहना चाहिए। यदि आप उस पर बहुत कठोर हो जाते हैं तो आपको विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। जैसे कि शिफ्टर केबल ढीला हो सकता है। और ऐसे तंत्र के संपर्क बिंदु टूट जाते हैं। इससे रिवर्स गियर फेल भी हो सकता है।
२. डेमेज टीथ गियर (Damaged teeth on Gear)-
गियरबॉक्स के अंदर, ट्रांसमिशन गियर व्यवस्थित और चिकनाई होते हैं। यदि टूटे हुए दांत रिवर्स गियर पर हो तो यह हार्ड रिवर्स गियर ऑपरेशन का कारण हो सकता है। क्षतिग्रस्त दांत के विभिन्न कारण हैं जो मैन्युफैक्चरिंग fault भी हो सकता है और लो ट्रांसमिशन ऑयल भी हो सकता है।
३. लॉ ट्रान्समिशन ऑइल (low transmission oil)-
ट्रांसमिशन ऑइल उसके स्तर में होना चाहिए क्योंकि अगर यह कम हो जाता है तो बहुत प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। यह रिवर्स गियर विफलता का कारण भी हो सकता है। लोअर फ्लुइड ट्रांसमिशन सिस्टम में हार्ड शिफ्टिंग, गियर स्लिपेज, harsh noise और सिस्टम के अंदर अधिक गर्मी उत्पन्न कर सकता है जो आगे गियर पर परिणाम करता है। लोअर ऑयल अन्य गियर शिफ्टिंग को भी प्रभावित कर सकता है, इसलिए समय-समय पर द्रव स्तर (fluid level) की जांच करना अच्छा होगा।
४. रिवर्स स्थिति सेंसर (reverse position sensor)विफलता-
रिवर्स सेंसर एक ट्रांसमिशन बॉडी पर स्थित है, जहां यह रिवर्स गियर के साथ तैनात और ट्यून किया गया है। यह ईसीएम (इलेक्ट्रॉनिक नियंत्रण मॉड्यूल) के साथ कोडित है। निदान उपकरण (car scanner) के साथ, आप आसानी से पता लगा सकते हैं कि यह दोषपूर्ण है या नहीं? यदि यह दोषपूर्ण हो जाता है तो रिवर्स गियर का कार्य भी प्रभावित होता है। दोषपूर्ण सेंसर को बदला जाना चाहिए।
५. क्षतिग्रस्त वाल्व बॉडी (स्वचालित) (damaged valve body)
ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन में ट्रांसमिशन फ्लूड को प्रसारित करने के लिए valve body होती है। इस वाल्व बॉडी के जरिए गियर शिफ्टिंग ऑपरेशन और लुब्रिकेशन किया जाता है। अगर मैन्युफैक्चरिंग फॉल्ट हो तो गियर शिफ्टिंग लैग(lag) और ड्राइवर को hard गियर शिफ्टिंग का सामना करना पड़ सकता है। यदि यह दोषपूर्ण है, तो वाल्व body के भीतर आवश्यक संचार बल (circulatory force) नहीं होता। आप इस समस्या को निकटतम service center में हल कर सकते हैं।
६. दोषपूर्ण ट्रांसमिशन ऑइल (dirty transmission oil)
Dirty transmission oil कि वजह से भी Car That Won’t Go In Reverse हो सकती है। अगर बहुत समय तक ट्रांसमिशन ऑयल चेंज नहीं किया गया तो यह प्रॉब्लम आ सकती है।
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