Power Steering Fluid: लगभग हर कार अब पावर स्टीयरिंग (power steering) के साथ आती है। यह इलेक्ट्रिक या हाइड्रोलिक होती है। hydraulic Power Steering में एक द्रव जलाशय (fluid tank), स्टीयरिंग गियरबॉक्स (steering gearbox), पंप (pump), फिल्टर (filter), रोटरी वाल्व (rotary valve) और द्रव लाइनें (fluid lines) होती हैं।
यह प्रणाली पावर स्टीयरिंग द्रव (Power steering fluid) के उपयोग के साथ स्टीयरिंग को आसान बनाती है। Power Steering Fluid कि वजह से गाड़ी को चलाने के लिए ड्राइवर को बहुत कम प्रयासों की आवश्यकता होती है। अधिकांश प्रणालियों में, इस तरल पदार्थ का रंग लाल या गुलाबी होता है। विशिष्ट और अनुशंसित ग्रेड है जिसका उपयोग पावर स्टीयरिंग द्रव के लिए किया जाना चाहिए।
What is Power Steering? (पॉवर स्टीयरिंग क्या है)
इसमें रैक और पिनियन (rack and pinion) व्यवस्था वहां है जो सामने के पहियों से जुड़ी है। इस व्यवस्था को दबावयुक्त द्रव (pressurised fluid) द्वारा स्थानांतरित किया जाता है। द्रव लाइनों के साथ पावर स्टीयरिंग पंप वास्तव में उस द्रव को दबाता है।
हाइड्रो-इलेक्ट्रिक पावर स्टीयरिंग में, पंप को सेंसर और ईसीएम द्वारा इलेक्ट्रॉनिक रूप से संचालित और नियंत्रित किया जाता है। पावर स्टीयरिंग द्रव को सिस्टम के माध्यम से बहुत सुचारू रूप से संचालित किया जाता है क्योंकि चालक द्वारा कितने प्रयास किए जाते हैं और उसी के अनुसार पंप को संचालित किया जाता है। इस द्रव को एक जलाशय के टैंक में संग्रहित किया जाता है और पंप के माध्यम से प्रवाहित किया जाता है।
Changing schedule क्या है?
वाहनों के मॉडल के अनुसार पावर स्टीयरिंग द्रव को बदलने का कार्यक्रम (schedule) अलग-अलग है, लेकिन लगभग 80000 किमी चलने के बाद, द्रव को बदलना होगा। अन्यथा, सिस्टम के आंतरिक भागों को नुकसान हो सकता है।
What are the symptoms of the low power steering fluid? (लो स्टीयरिंग फ्लुइड के लक्षण क्या हैं?)
१. पंप से कंपन शोर (noise) सुना जा सकता है।
२. स्टीयरिंग व्हील को संभालके चलाना मुश्किल हो जाता है। यह सुचारू संचालन(smooth driving) नहीं है। आम तौर पर, हम इसे हार्ड स्टीयरिंग (hard steering) कहते है।
३. आपको पावर स्टीयरिंग द्रव के रिसाव (leakage) की जांच करनी चाहिए। आंतरिक भाग, सील, ओ-रिंग, क्षतिग्रस्त (damaged) हो सकते हैं और खराब हो सकते हैं यदि सिस्टम में पर्याप्त फ्ल्यूड नहीं है।
यदि आप इन लक्षणों की उपेक्षा करते हैं, तो आपको बहुत सारा खर्चा होगा और यदि पंप या रैक-पिनियन विफल हो जाता है तो यह बहुत महंगा हो जाता है।
What are the precautions to be taken? (क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?)
१. जलाशय टैंक (fluid tank) में स्तर और रंग का निरीक्षण करें। जलाशय टैंक पर न्यूनतम और अधिकतम (minimum and maximum) निशान रहता हैं। आप उस निशान पर द्रव स्तर की जांच कर सकते हैं। यदि एक टैंक धातु से बना है या न्यूनतम-अधिकतम निशान उस पर नहीं है, तो एक डिपस्टिक होगा जिसके साथ हम स्तर की जांच कर सकते हैं।
२. साथ ही, आपको रंग देखना चाहिए। यदि रंग बदल गया है तो उस तरल (fluid) को बदल दें।
३. रिसाव (leakage) के लिए जाँच करें। तरल पदार्थ लाइनों (fluid lines) से रिसाव, क्षतिग्रस्त सील, पावर स्टीयरिंग के damaged parts को सेवा केंद्र (service center) पर जांचना आवश्यक है।
४. शोर को ध्यान से सुने। स्टीयरिंग व्हील और पंप से शोर सुना जाना चाहिए और उसके बारे में तत्काल कारवाई करनी चाहिए। यदि आप तरल पदार्थ का स्तर कम पाते हैं तो स्तर बनायें।
५. अनुशंसित पावर स्टीयरिंग द्रव (recommended power steering fluid) का उपयोग करें। जब इसे बदलने की आवश्यकता होती है तो अपने वाहनों की सिफारिश की गई तरल पदार्थ का उपयोग करें जिसमें उचित चिपचिपाहट (viscocity) और उचित ऑपरेटिंग तापमान होता है।
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